
भोपाल
मेट्रो की एम्स से करोद तक ओरेंज लाइन व भदभ्दा से रत्नागिरी तक की ब्ल्यू लाइन निर्माण ने इन दिनों डेढ़ किमी लंबाई की सडक़ को खत्म कर दिया है। ये रोड ब्ल्यू लाइन में भदभदा से रत्नागिरी तक सर्वे के लिए की बेरिकेडिंग व जिंसी पुल बोगदा से रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म छह से लेकर सिंधी कॉलोनी, करोद तक बेरिकेडिंग में है। सामान्य स्थिति में यहां से 300 पीसीयू ट्रैफिक गुजरता था, लेकिन बेरिकेडिंग करने से पहले इस ट्रैफिक के लिए कोई योजना नहीं बनाई, जिससे ये कि पास की बची संकरी रोड पर शिफ्ट हो गया, जिससे मिंटो हॉल से लेकर पुल बोगदा, रायसने रोड से लेकर करोद तक ट्रैफिक जाम के हालात बना रहा है।
ठेकेदार को करना थी व्यवस्था
मेट्रो रेल कारपोरेशन ने ट्रैफिक की सुगम आवाजाही का जिम्मा संबंधित ठेकेदार को दिया है। बंद चौराहा, सडक़ के ट्रैफिक को शिफ्ट करने का जिम्मा ठेकेदार पर था, लेकिन ठेकेदार ने जिम्मेदारी नहीं उठाई। मेटो रेल कारपोरेशन ने भी ठेकेदार पर जिम्मेदारी देकर पल्ला झाड़ लिया। अब आमजन रोड पर मेट्रो काम की वजह से परेशान हो रहे हैं।
अगले दो साल में पांच किमी की सडक़ मेट्रो में
मेट्रो टे्रन प्रोजेक्ट में सर्वे व पीलर्स के लिए बेरिकेडिंग लगातार बढ़ाई जा रही है। अगले दो साल में करीब शहर के अलग-अलग हिस्से में 35 से अधिक जगह पर रास्ते व सडक़ बंद होगी। पांच किमी लंबाई की सडक़ें एक समय में प्रोजेक्ट की वजह से बंद होगी। इससे संबंधित क्षेत्र में गुजरने की जगह घटेगी, आमजन परेशान होंगे।
इनका कहना
प्रोजेक्ट में हम ब्ल्यू लाइन का काम भी तेज कर रहे हैं। हमारी एजेंसियां तय है और समय सीमा भी तय की है। साप्ताहिक निरीक्षण के दौरान दिक्कतों को देखकर दूर कराया जाता है। कोशिश की जा रही है कि बेरिकेडिंग ज्यादा समय पर न रहे।
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