
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तथा पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश तथा भूस्खलन से हो रही तबाही पर बुधवार को गहरा क्षोभ व्यक्त करते हुए पीड़ित परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। खड़गे ने यहां जारी बयान में कहा “हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश व भूस्खलन से पिछले कईं दिनों से जान-माल के नुक़सान की ख़बर बेहद पीड़ादायक है। सरकार और प्रशासन युद्ध स्तर पर राहत व बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। पीड़ितों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से अपील है कि जनमानस को हर संभव सहायता उपलब्ध कराएं।”
उन्होंने केंद्र सरकार से हिमाचल की बकाया आपदा की राशि जारी करने की अपील करते हुए कहा कि केंद्र सरकार से हमारी मांग है कि पिछले कुछ वर्षों से हिमाचल प्रदेश की बकाया आपदा राशि को तत्काल प्रभाव से जारी किया जाए। इस वर्ष की बारिश के पहले ही हिमाचल सरकार ने केंद्र से कुल 9000 करोड़ रुपए के राहत पैकेज की मांग की थी।
खड़गे ने मोदी सरकार पर हिमाचल के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया और कहा कि वर्ष 2023 की त्रासदी में कांग्रेस की राज्य सरकार ने 4500 करोड़ रुपए की विशेष सहायता राज्य की जनता को जारी की थी और केंद्र की मोदी सरकार ने राज्य को केवल 433 करोड़ रुपए ही दिए। अब हाल ही में आनन-फ़ानन में 2023 के लिए मोदी सरकार ने जो 2000 करोड़ देने की घोषणा की है, उसका श्रेय लेने में भाजपा जुटी है, पर राहत की राशि अभी लंबित है। ये हिमाचल के प्रति भाजपा का सौतेला व्यवहार है। आशा है कि इस बार के नुक़सान में भाजपा श्रेय के बजाय मदद की कार्रवाई करेगी।
वहीं, राहुल गांधी ने कहा “हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कई लोगों की मृत्यु और कईयों के लापता होने की खबर बेहद दुखद और चिंताजनक है। मैं शोकाकुल परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और लापता लोगों के सकुशल मिलने की आशा करता हूं। राज्य सरकार और प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटे हैं। प्रभावित परिवारों तक हर संभव मदद पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं से आग्रह है कि आगे बढ़कर प्रशासन का सहयोग करें।”
More Stories
केसीआर की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में भर्ती—AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने दी शीघ्र स्वस्थ होने की शुभकामनाएं
‘थूक जिहाद’ के खिलाफ CM धामी ने अधिकारियों को दिया सख्त निर्देश, जानें क्या कहा
भारत में लोकतंत्र सिस्टम नहीं, संस्कार है, घाना की संसद में प्रधानमंत्री मोदी बोले