टैक्सी चालकों की करता था हत्या, पहाड़ों में फेंक देता शव

दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। आर के पुरम क्राइम ब्रांच टीम ने एक सीरियल किलर को गिरफ्तार किया है। इस सीरियल किलर का नाम अजय लांबा है, जो करीब 25 साल से फरार था। अजय टैक्सी चालकों को अपना शिकार बनाता था। ये टैक्सी बुक करने के बाद उसे उत्तराखंड ले जाता था और वहां जाकर चालक की हत्या के बाद उसके शव को पहाड़ियों से खाई में फेंक देता था। इसने अपने साथियों के साथ मिलकर चार टैक्सी चालकों की हत्या की है। पुलिस के अनुसार यह गिरोह पिछले कई वर्षों से एक्टिव था।

साल 2001 से सीरियल किलर्स का ये गैंग वारदातों को अंजाम दे रहा था। टैक्सी चालकों के गायब होने के दर्जनों मामले दिल्ली में दर्ज हैं। पुलिस को शक है कि इस गिरोह का दर्जनों टैक्सी चालकों के गायब होने में हाथ हो, इन्होंने उस चालकों की भी हत्या कर दी हो। जांच में सामने आया है कि ये लोग पहले दिल्ली से रेंट पर गाड़िया बुक करते थे, उसके बाद उसे उत्तराखंड ले जाते थे। उसे नशीला पदार्थ देकर बेहोश कर दिया जाता था।

उसके बाद चालक का गला घोंटकर उसे मौत के घाट उतार दिया जाता था। फिर शव को अल्मोड़ा, हल्द्वानी और उधमसिंह नगर जैसे इलाकों की गहरी खाइयों में फेंक दिया जाता था। जिससे कि चालक का शव किसी को बरामद न हो सके। उसके बाद ये लोग गाड़ी को ले जाकर नेपाल में बेच देते थे। मामले में चार चालकों की हत्या की पुष्टी हुई है। हालांकि, पुलिस ने केवल एक ही कैब ड्राइवर का शव बरामद किया था। तीन कैब ड्राइवर के शव तक नहीं मिले। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अजय लांबा नेपाल में भी करीब 10 साल तक छिपा रहा। इतना ही नहीं अजय ने वहां एक लड़की से शादी भी कर ली। इस गिरोह के अन्य सदस्य धीरेंद्र और दिलीप पांडे की गिरफ्तारी पहले हो चुकी है। एक आरोपी धीरज अभी भी फरार है। जिसकी तलाश की जा रही है।