बाड़मेर | राष्ट्रीय स्तर पर जल संचय जन भागीदारी अभियान के तहत 2 करोड़ रुपये का पुरस्कार हासिल करने वाले बाड़मेर जिले को लेकर सोशल मीडिया पर फैल रही भ्रामक जानकारियों को जिला प्रशासन ने खारिज कर दिया है. जिला कलेक्टर टीना डाबी ने प्रेस वार्ता कर स्पष्ट किया कि पुरस्कार से जुड़े सभी आरोप तथ्यहीन हैं और इन्हें बिना जांच के फैलाया जा रहा है |
राष्ट्रीय जल संरक्षण पुरस्कार को लेकर सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों को आईएएस ने बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा नवंबर 2025 में दिया गया यह सम्मान सितंबर 2024 से मार्च 2025 के बीच पूर्ण हुए जल संरक्षण कार्यों की गहन समीक्षा के बाद प्रदान किया गया है. यह उपलब्धि जिले में हुए वास्तविक कार्यों और जन भागीदारी का परिणाम है |
संबंधित पंचायत समितियों को निर्देश जारी
आईएएस टीना डाबी ने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक ही फोटो को बार-बार अपलोड करने की बात ‘कैच द रेन’ पोर्टल से जुड़ी है, जिसका जल संचय जन भागीदारी अभियान से कोई लेना-देना नहीं है. इस मामले में संबंधित पंचायत समितियों को चिन्हित कर सुधार के निर्देश जारी कर दिए गए हैं |
प्रशासन ने लोगों से की अफवाहों से बचने की अपील की
कलेक्टर टीना डाबी ने कहा कि कुछ लोग गलत आंकड़े और फोटो प्रसारित कर न केवल आमजन को गुमराह कर रहे हैं बल्कि जिला प्रशासन की छवि को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों पर भरोसा न करें और जल संरक्षण जैसे जनहित के कार्यों में सकारात्मक सहयोग बनाए रखें |
प्रशासन की तरफ से बताया गया है कि जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जल संचय जन भागीदारी कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बाड़मेर जिले को राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार दिया गया है. यह सम्मान 18 नवंबर 2025 को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा प्रदान किया गया था. इसके साथ ही जिले को 2 करोड़ रुपये प्रोत्साहन राशि भी प्राप्त हुई थी |

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