इंदौर
मध्य प्रदेश में धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने का सिलसिला फिर शुरू हो गया है मध्य प्रदेश सरकार ने धार्मिक स्थलों पर लगाए जाने वाले लाउडस्पीकरों पर बड़ा ऐक्शन लिया है। राज्य के इंदौर जिले में दो दिनों के अंदर विभिन्न धार्मिक स्थलों से 437 लाउडस्पीकर हटा दिए गए। हालांकि, सोमवार को मुस्लिम समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल ने सरकार के इस कदम का विरोध किया। एक अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार के मुताबिक, पिछले 48 घंटों में 258 धार्मिक स्थलों से 437 लाउडस्पीकर हटाए गए हैं। इस कार्रवाई के अलावा धार्मिक स्थलों के प्रबंधन से यह आग्रह भी किया गया है कि भविष्य में वो दोबारा लाउडस्पीकर ना लगाएं।
इंदौर शहर के काजी मोहम्मद इशरत अली के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर आशीष सिंह से मुलाकात कर लाउडस्पीकर हटाए जाने को लेकर अपना विरोध जताया। कलेक्टर के साथ बैठक के बाद अली ने कहा, 'मंदिर हो या मस्जिद सभी जगहों से लाउडस्पीकर हटाए जा रहे हैं। हमने मांग की है कि धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर की अनुमति दी जाए।
इन लाउडस्पीकरों से निकलने वाली आवाज की सीमा सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइंस के मुताबिक तय की जाए।' उन्होंने कहा कि शादी-विवाह में लोग डीजे से तेज म्यूजिक बजाए जाते हैं और कई लोग इसका विरोध करते हैं ऐसे में उसपर भी प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सिर्फ सिर्फ धार्मिक स्थलों पर ही लाउडस्पीकरों को प्रतिबंधित क्यों किया जा रहा है। डीएम आशीष सिंह ने कहा कि राज्य सरकार के आदेश पर लाउडस्पीकर हटाए जा रहे हैं और सभी को इस निर्दश का पालन करना चाहिए।

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