December 2, 2025

ब्लाइंड मर्डर केस सुलझा, दिल्ली पुलिस ने पकड़ा आरोपी

दिल्ली |  दिल्ली के कोतवाली थाना क्षेत्र में दर्ज एक ब्लाइंड मर्डर केस को पुलिस ने छह महीने से अधिक चली जांच के बाद सुलझा लिया है. घायल अवस्था में खुद ही अस्पताल पहुंचे युवक की मौत के बाद शुरू हुई जांच में न तो मृतक की सही पहचान शुरुआत में स्पष्ट थी और न ही आरोपियों को लेकर कोई प्रत्यक्ष सुराग था, लेकिन पुलिस ने भी हार नहीं मानी और लगातार निगरानी, CCTV विश्लेषण और स्थानीय सूचना तंत्र के सहयोग से आखिरकार एक आरोपी को दबोच लिया गया है. हालांकि इस मामले में उसका सहयोगी अब भी फरार है|

डीसीपी राजा बांठिया के मुताबिक, 30 अप्रैल 2025 को अरुणा आसफ अली अस्पताल से कोतवाली पुलिस को सूचना मिली कि लेबर चौक का रहने वाला 26 वर्षीय सौरभ, चाकूबाजी में घायल होकर खुद ही अस्पताल पहुंचा है. हालत गंभीर होने पर उसे LNJP अस्पताल रेफर किया गया, जहां 2 मई को उसकी मृत्यु हो गई. इस आधार पर हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई|

मृतक की पहचान और आरोपी दोनों की शिनाख्त बनी चुनौती

शुरुआती जांच में मृतक के पते को लेकर स्पष्ट जानकारी उपलब्ध नहीं थी, जिससे मामले को ब्लाइंड मर्डर के रूप में देखा गया. पुलिस टीम ने आसपास के क्षेत्रों की CCTV फुटेज की पड़ताल की और दो संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों को चिह्नित किया. करीब 200 कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद संदिग्ध की लास्ट लोकेशन गांधी नगर सफेद झुग्गी क्षेत्र तक ट्रेस की गई. स्थानीय लोगों से पता चला कि दोनों मजदूरी करते थे और घटना के बाद अचानक गायब हो गए थे|

छह महीने बाद मिली पहली सफलता

पुलिस टीम ने क्षेत्र में लगातार गश्त और स्थानीय इनपुट के आधार पर जांच जारी रखी. आखिरकार पुलिस टीम को सफलता मिली और 20 नवंबर की शाम, बैंक हांडी मंदिर (चांदनी चौक) के पास संदिग्धों में से एक संदिग्ध पकड़ा गया. पूछताछ में उसकी पहचान पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग के रहने वाले मोहम्मद अज़ीजुल उर्फ पव्वा (24 वर्ष) के रूप में हुई|

जेब काटने की कोशिश में हुई झड़प, फिर चाकू से हमला

पूछताछ में अजीजुल ने बताया कि वह 6–7 साल पहले रोजगार की तलाश में दिल्ली आया था, लेकिन नशे की लत और गलत संगत के कारण चोरी तथा ऑटो-लिफ्टिंग जैसे अपराधों को अंजाम देने लगा. 30 अप्रैल को वह और उसका साथी रफीक उर्फ रोहित गांधी बाग लेबर चौक पर सो रहे एक व्यक्ति की जेब काटने काटने की कोशिश की उसी वक्त वह व्यक्ति जग गया और उनके बीच झड़प हुई, जिसमें रफीक ने उस पर चाकू से हमला कर दिया और दोनों मौके से भागकर अगले दिन महानंदा एक्सप्रेस से अपने गांव लौट गए|

दूसरा आरोपी फरार, तलाश जारी

अजीजुल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने दूसरे आरोपी रफीक उर्फ रोहित की तलाश के लिए कई जगहों पर छापेमारी की लेकिन वह अब तक गिरफ्त से बाहर है. फिलहाल पुलिस आगे की जांच में जुट कर वारदात में इस्तेमाल हथियार की बरामदगी और उसके साथी की तलाश में लगी हुई है|