
लखनऊ: सावन महीने में शुरू होने जा रही कांवड़ यात्रा को देखते हुए मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री एक बड़ी चुनौती बन गई है। इस खतरे से निपटने के लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSDA) और स्वास्थ्य विभाग दोनों पूरी तरह सतर्क हो गए हैं। FSDA ने मिलावटखोरों पर शिकंजा कसते हुए कड़ी निगरानी और ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है।
केस 1: मिलावटी पनीर की धरपकड़
मथुरा के बरसाना क्षेत्र में एक डेयरी पर छापा मारते हुए 1100 किलो मिलावटी पनीर और 4200 लीटर मिलावटी सामग्री जब्त की गई। पनीर में रिफाइंड ऑयल, सोयाबीन पाउडर, चूना, एसीटिक एसिड और हाइड्रोजन का प्रयोग पाया गया। इसी तरह सहारनपुर के रामपुर मनिहारन में भी 11 क्विंटल मिलावटी पनीर पकड़ा गया।
केस 2: नकली मिठाइयों का पर्दाफाश
अंबेडकर नगर में 40 किलो इमरत्ती और लड्डू मिलावटी पाए गए, जिन्हें मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। इसके अलावा 740 किलो मिठाई बनाने की सामग्री भी नकली पाई गई। ग्रेटर नोएडा, मेरठ, अमेठी सहित कई जिलों में भी नकली मिठाइयों की बरामदगी हुई है।
सैंपल रिपोर्ट से खुलासा
FSDA की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2024-25 में लिए गए 38865 सैंपलों में से 12693 अधोमानक और 2690 पूरी तरह जहरीले पाए गए। इनमें अधिकतर खोया, पनीर, दूध और मसालों (हल्दी, मिर्च) के सैंपल शामिल थे।
FSDA की नई रणनीति: 24 घंटे निगरानी
कांवड़ यात्रा के दौरान प्रमुख मार्गों पर 12-12 घंटे की शिफ्ट में 24 घंटे निगरानी रखने के लिए खाद्य निरीक्षक तैनात किए जा रहे हैं। लखनऊ, कानपुर जैसे मंडलों से 10-10 निरीक्षक मेरठ, बागपत, सहारनपुर सहित संवेदनशील जिलों में भेजे जा रहे हैं। खाद्य आयुक्त और अपर आयुक्त ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूरे प्रदेश में दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
पिछले साल पकड़े गए व्यापारियों पर नजर
जिन व्यापारियों के यहां पिछले साल मिलावट पाई गई थी, उनकी दुकानों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। इस बार दोबारा गलती पाए जाने पर तत्काल एफआईआर और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग भी तैयार, इलाज की पुख्ता व्यवस्था
स्वास्थ्य विभाग ने भी डायरिया, फूड पॉइजनिंग जैसी बीमारियों से निपटने के लिए सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और उपकेंद्रों को अलर्ट कर दिया है।
प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा के मुताबिक:
सभी सीएचसी और पीएचसी में इमरजेंसी वार्ड बनेंगे ओआरएस, आई फ्लूड्स, डायरिया की दवाएं, पैरासिटामॉल की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित संवेदनशील स्थानों पर एंबुलेंस की तैनाती।
निष्कर्ष:
कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सेहत के साथ कोई समझौता न हो, इसे सुनिश्चित करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर अभूतपूर्व सतर्कता बरती जा रही है। FSDA और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त कार्रवाई से उम्मीद की जा रही है कि इस बार मिलावटखोरी पर लगाम लगेगी और कांवड़ यात्रा सुरक्षित एवं स्वस्थ वातावरण में संपन्न होगी।
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