
अच्छे स्वास्थ्य के लिए शरीर को अलग-अलग विटामिन की जरूरत होती है, जिसमें से एक है विटामिन-डी। शरीर में इसकी पूर्ति मुख्य रूप से धूप सेकने से होती है। इसलिए इसे सनशाइन विटामिन के नाम से भी जाना जाता है। हालांकि, सर्दी के दिनों में धूप कम निकलने के कारण शरीर में इसका लेवल मेंटेन करना मुश्किल होता है।
शरीर में विटामिन-डी कैल्शियम के अब्जॉर्प्शन कर हड्डी, दांतों व मसल्स को हेल्दी रखने में मदद करता है। यही नहीं मूड को बेहतर करने में भी सहायक भूमिका निभाता है।
शरीर में विटामिन-डी की कमी होने से फ्रैक्चर, कमजोर इम्यूनिटी, हेयर फॉल, एंग्जायटी, डिप्रेशन आदि का जोखिम अधिक होता है। इसलिए सर्दियों में विटामिन-डी की कमी न हो पाएं, इसके लिए यहां बताए गए उपायों को जरूर फॉलो करें।
फैटी फिश का करें सेवन
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार फैटी फिश के तौर पर सैल्मन व मैकरेल फिश को आहार में शामिल कर सकते हैं। ये दोनों ही विटामिन-डी से भरपूर होती हैं। हफ्ते में दो दिन इनका सेवन जरूर करें। इससे विटामिन-डी की कमी से बचाव किया जा सकता है।
विटामिन डी के लिए मशरूम खाएं
प्राकृतिक रूप से विटामिन-डी हासिल करने के लिए मशरूम का सेवन करना एक बेहतर विकल्प माना जाता है। यही वजह है एक्सपर्ट्स सर्दी के दिनों में मशरूम का इनटेक बढ़ाने की सलाह देते हैं।
फोर्टिफाइड फूड प्रोडक्ट्स
विटामिन-डी की कमी को दूर करने के लिए ऐसे फूड प्रोडक्ट्स का चुनाव करें जो विटामिन-डी फोर्टिफाइड हों। जैसे फोर्टिफाइड दूध, ऑरेंज जूस, ब्रेकफास्ट सीरियल्स आदि। किसी भी फूड प्रोडक्ट्स को खरीदते समय एक बार लेबल जरूर चेक करें।
सप्लीमेंट पर करें विचार
यदि शरीर में विटामिन-डी का स्तर काफी कम है, तो हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह से सप्लीमेंट का सेवन कर सकते हैं। खासकर बुजुर्गों व शाकाहारी लोगों को इसका खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। इसके लिए साल में एक बार विटामिन-डी लेवल की जांच जरूर कराएं।
धूप सेकें
अंत में हम यही सलाह देंगे कि ऐसा नहीं है कि विंटर सीजन में बिल्कुल धूप न होती हो। इसलिए जिस दिन धूप निकले, उस दिन सुबह के समय सूरज की रोशनी में कुछ समय जरूर बिताएं।
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