गाजियाबाद,। गाजियाबाद के मुरादनगर क्षेत्र में दोपहर एक सनसनीखेज वारदात ने इलाके को हिला दिया। एक 17 वर्षीय नाबालिग लड़के ने बाइक पर सवार होकर ओलंपिक तिराहे पर 50 वर्षीय इमरान को कनपटी पर पिस्टल सटाकर गोली मार दी। गोली लगते ही इमरान लहूलुहान होकर गिर पड़े और मौके पर ही अफरा-तफरी मच गई। आसपास के लोगों ने उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन हालत गंभीर होने पर गाजियाबाद रेफर कर दिया गया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि हत्या के बाद आरोपी खुद ही मुरादनगर थाने पहुंच गया और पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी।
इमरान कच्ची सराय कॉलोनी के निवासी थे और दूध सप्लाई का काम करते थे। उनकी पत्नी, तीन बेटियां और एक बेटा है। शनिवार दोपहर वे साइकिल रिपेयर की दुकान पर बैठे थे, तभी बाइक सवार आरोपी आया और बिना कुछ बोले गोली चला दी। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया कि उसने यह हत्या अपने ताऊ अखलाक की 18 साल पुरानी हत्या का बदला लेने के लिए की है। हैरानी की बात यह है कि जब 13 दिसंबर 2007 को अखलाक की गोली मारकर हत्या हुई थी, उस समय आरोपी का जन्म भी नहीं हुआ था।
आरोपी ने बताया कि परिवार के लोगों से ताऊ की हत्या की कहानी सुन-सुनकर उसका खून खौल उठता था। तीन साल पहले ही उसने बदला लेने का इरादा बना लिया था। तब से वह लगातार इमरान की रेकी कर रहा था। शनिवार को मौका मिलते ही उसने वारदात को अंजाम दे दिया। आरोपी वर्तमान में कक्षा 11 का छात्र है और किशोर अवस्था में होने के कारण उसे नाबालिग माना जा रहा है।
हत्या के तुरंत बाद आरोपी अपनी बाइक से सीधे थाने पहुंचा और पुलिसकर्मियों से कहा कि उसने अपने ताऊ का बदला ले लिया है तथा इमरान का शव बाजार में पड़ा है। इस खबर से थाने में हड़कंप मच गया और आरोपी को तुरंत हिरासत में ले लिया गया।
पुराने मामले की जानकारी के अनुसार, 2007 में अखलाक की हत्या के आरोप में इमरान सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था। अदालत ने इमरान को उम्रकैद की सजा सुनाई थी, लेकिन वह जमानत पर बाहर थे। इसी पुरानी दुश्मनी ने 18 साल बाद एक नाबालिग को हत्या जैसे जघन्य अपराध की ओर धकेल दिया। पुलिस अब मामले की गहन जांच कर रही है और आरोपी से हथियार की बरामदगी के साथ-साथ पूरे घटनाक्रम की पड़ताल की जा रही है। यह वारदात पुरानी रंजिश के खतरनाक परिणामों की याद दिलाती है।

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